Some thoughts on Neural Dust
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मैंने इस ब्लॉग के लेख "आपके विचारों को पढ़ा जा सकता है! (2)" में न्यूरल डस्ट के बारे में जिक्र किया था। इस लेख में मैंने न्यूरल डस्ट के बारे में जो लिखा था, वो इस प्रकार है :-
"अभी न्यूरल डस्ट (neural dust) पर काम चल रहा है जो कि सिर्फ 3 मिलीमीटर लम्बा, 1 मिलीमीटर ऊंचा और 4/5 मिलीमीटर मोटा नर्व सेंसर है जो कि पूरी तरह वायरलेस और बैटरी रहित है। इसका इस्तेमाल शरीर के अंदर डालकर नर्व और मसल्स का अध्ययन, नियंत्रण और निगरानी के लिए होगा। इसके अलावा इसे न्यूरॉन एक्टिविटी की निगरानी हेतु इस्तेमाल में लाया जाएगा। विकिपीडिया की माने तो आगे चलकर चिकित्सा हेतु मस्तिष्क में हजारों न्यूरल डस्ट डाले जाएंगे। न्यूरल डस्ट को एक प्रकार का ब्रेन कंप्यूटर इंटरफ़ेस भी कहा जा सकता है।"
पिछले कुछ समय से मैं इसी न्यूरल डस्ट के बारे में विचार कर रहा था कि इस अति सूक्ष्म और बहु-उपयोगी यंत्र का प्रयोग सिर्फ चिकित्सा के क्षेत्र तक ही सिमित क्यों है? क्या इस यंत्र का दुरुपयोग किसी की जासूसी करने के लिए नहीं हो सकता है? क्या ऐसा हो सकता है कि शरीर के डाटा को चुराने के लिए इस यंत्र को शरीर के भीतर डालना की आवश्यकता ही न हो, बल्कि बाहर से ही शरीर की महत्वपूर्ण जानकारियों की चोरी की जा सकती हो? क्या ऐसा भी हो सकता है कि पीड़ित को पल्स मारने, माइंड रीडिंग आदि कार्यों के लिए भी इस तरह के यंत्र का इस्तेमाल किया जा रहा हो? नोट:- पल्स पर कुछ जानकारी मैंने इस ब्लॉग के लेख "ध्वनि : उपयोग और दुरुपयोग (5) Part-2" में दी थी।
मैं मन ही मन सोचा करता था कि अगर इन न्यूरल डस्ट सेंसर्स और कैमरा को दीवारों या फर्नीचर के दरारों में फिट कर दिया जाए या इन्हें किसी भी चीज में छिपा दिया जाए तो व्यक्ति की हर गतिविधि पर नजर रखी जा सकती है। सोच कर देखिए, इस तरह के अति सूक्ष्म सेंसर्स और कैमरा आदि के दुरुपयोग से किसी भी व्यक्ति की निजता और सुरक्षा के लिए कितना बड़ा और गंभीर खतरा उत्पन्न हो सकता है? सबसे बड़ी बात ये है कि इस तरह के यंत्र अति सूक्ष्म होने के अलावा वायरलेस और बैटरी रहित होते हैं, जिस कारण इन्हें खोज पाना लगभग असंभव हो जाता है।
इस विषय पर मैं इंटरनेट पर जानकारी खोजने की कोशिश करता था। इसी प्रयास में मुझे "स्मार्ट डस्ट (Smart Dust)" के बारे में जानकारी मिली है, जिसके द्वारा मुझे उपरोक्त कुछ सवालों का जवाब मिला है। मगर क्या माइंड रीडिंग और पीड़ितों पर पल्स चलाने के लिए स्मार्ट डस्ट का इस्तेमाल होता है? इस बारे में अभी जानकारी नहीं मिली है।
विकिपीडिया के अनुसार, "The term neural dust is derived from "smart dust", as the sensors used as neural dust may also be defined by this concept." अर्थात न्यूरल डस्ट की परिभाषा स्मार्ट डस्ट की परिधि में ही आती है।
What is Smart Dust?

विकिपीडिया के अनुसार, "Smartdust is a system of many tiny microelectromechanical systems (MEMS) such as sensors, robots, or other devices, that can detect, for example, light, temperature, vibration, magnetism, or chemicals. They are usually operated on a computer network wirelessly and are distributed over some area to perform tasks, usually sensing through radio-frequency identification. Without an antenna of much greater size the range of tiny smart dust communication devices is measured in a few millimeters and they may be vulnerable to electromagnetic disablement and destruction by microwave exposure."
उपरोक्त परिभाषा का हिंदी अनुवाद मैं नहीं कर रहा हूं। मगर इस परिभाषा से इतना तो ज्ञात होता ही है कि स्मार्ट डस्ट विभिन्न प्रकार के सूक्ष्म सेंसर्स, रोबोट्स तथा अन्य यंत्र हो सकते हैं। तो क्या ऐसा हो सकता है कि जासूसी आदि के लिए कई तरह के सूक्ष्म सेंसर्स और कैमरों का इस्तेमाल एक साथ होता हो? उदाहरण के लिए सामान्य कैमरा, नाईट विज़न कैमरा (इंफ्रारेड या बिना इंफ्रारेड), थर्मल सेंसर्स, अल्ट्रासोनिक सेंसर्स, मोशन सेंसर्स, वाइब्रेशन सेंसर्स आदि सूक्ष्म यंत्रों को अगर दीवार , फर्निचर आदि में अलग-अलग फिट कर दिया जाए तो इन उपकरणों को एक साथ या अलग-अलग इस्तेमाल करके न सिर्फ पीड़ित व्यक्ति के ऊपर चौबीसों घंटे नजर रखना संभव है बल्कि उसके शरीर के निजी डाटा को भी चुराया जा सकता है।
आजकल तो मोबाइल अल्ट्रासाउंड के उपकरण भी बाजार में उपलब्ध हो गए हैं। मैंने इस ब्लॉग के लेख "ध्वनि : उपयोग और दुरुपयोग (5) Part-2" में आपको "हैंडहेल्ड अल्ट्रासाउंड डिवाइस (Handheld Ultrasound Device)" के बारे में बताया था। ऐसे में कोई बड़ी बात नहीं होगी अगर स्मार्ट डस्ट के कुछ सेंसर्स पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड की तरह ही पीड़ित व्यक्ति के शरीर के अंदरूनी अंगों, नसों आदि को स्कैन करके रेडियो या अन्य फ्रीक्वेंसी के माध्यम से गैंग स्टाल्कर के कंप्यूटर या मोबाइल में सारी जानकारी भेजते हों।
Privacy and Security Threats from Smart Dust
हो सकता है कि मेरी कई बातें अनुमानों पर आधारित हो या पूर्णतः कपोल-कल्पना पर आधारित हो, मगर स्मार्ट डस्ट, निजता और सुरक्षा के लिए कई गंभीर खतरे पैदा करती है। इस विषय पर ज्यादा जानकारी के लिए आप निम्नलिखित लिंक्स को क्लिक करें:-
4. Smartdust
हॉलीवुड की एक फिल्म है "The Trueman Show" जिसमें नायक एक साधारण जीवन जी रहा होता है, इस बात से बेखबर कि उसके जीवन को हर समय, चौबीसों घंटे, एक रियलिटी टीवी प्रोग्राम के लिए फिल्माया जाता है। क्या असल जिंदगी में भी कुछ भ्रष्ट ताकतें अपने स्तर पर "The Trueman Show" चला रही हैं? बहुत से टारगेटेड इंडिविजुअल्स जरूर इस प्रकार का दावा करते हैं, जिस के लिए उन्हें पागल समझा जाता है। परंतु इसमें कोई संदेह नहीं है कि स्मार्ट डस्ट, इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स जैसी टेक्नोलॉजी हर किसी की निजता और सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौती पेश कर सकती है।
आने वाले समय में जहां एक तरफ स्मार्ट डस्ट एवं अन्य सेंसर्स हर किसी के लिए सरदर्द का सबब बनेंगे, तो वहीं दूसरी तरफ, इस तरह की टेक्नोलॉजी के दुरुपयोग को रोकने के लिए स्मार्ट डस्ट ही मददगार भी साबित होंगे, ऐसा मेरा मानना है। यही स्मार्ट डस्ट जासूसी स्मार्ट डस्ट उपकरणों का पता लगाने तथा उनकी फ्रीक्वेंसी को भांपकर रोकने जैसे कार्यों को अंजाम देने में सक्षम हो सकते हैं। इसे ही तो "Science Neutrality" या विज्ञान की निष्पक्षता कह सकते हैं!
धन्यवाद।
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